
नेपाल में जारी Gen-Z आंदोलन ने अब भारत की सीमाओं को भी झकझोर दिया है। जैसे ही नेपाल में आगजनी, प्रदर्शन और बॉर्डर के करीब बवाल की खबरें आईं, बिहार पुलिस मुख्यालय ने हाई अलर्ट जारी कर दिया।
ADG लॉ एंड ऑर्डर पंकज दराद ने कहा कि सभी सीमावर्ती जिलों — खासकर बगहा, रक्सौल और आसपास के क्षेत्रों में 24 घंटे की सख्त निगरानी रखी जा रही है।
नेपाल से संपर्क सीमित, टूरिस्ट मूवमेंट पर रोक
भारत से नेपाल और नेपाल से भारत आने-जाने वाले टूरिस्ट्स के मूवमेंट पर अस्थायी रोक लगा दी गई है। हालांकि, सीमा पर बसे स्थानीय लोग, जिनके पास वैध पहचान पत्र हैं, वे सीमा आर-पार आ-जा सकते हैं।
SSB और स्थानीय पुलिस ने मिलकर सुरक्षा के लिए चौकसी बढ़ा दी है।
वायरल वीडियो में दिखा बॉर्डर पर टकराव
एक वायरल वीडियो में देखा गया कि प्रदर्शनकारी भारतीय सीमा की ओर आने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन SSB और पुलिसकर्मियों ने उन्हें वहीं रोक दिया।
वीडियो में नारेबाज़ी, कहासुनी, और तनाव का माहौल साफ़ देखा जा सकता है। स्थानीय प्रशासन ने चेतावनी दी है कि कोई भी विदेशी तत्व सीमा में दाखिल होने की कोशिश करता है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षा एजेंसियों में समन्वय
ADG पंकज दराद ने SSB के IG से सीधी बातचीत कर सभी ज़रूरी प्रबंधों पर चर्चा की है। न केवल ज़मीन पर चौकसी, बल्कि सीसीटीवी कैमरों से भी बॉर्डर पर पैनी निगरानी रखी जा रही है। हर संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत एक्शन की तैयारी है।

रक्सौल समेत सीमावर्ती ज़िले रेड अलर्ट मोड में
रक्सौल, बगहा, सीतामढ़ी, अररिया जैसे जिलों में एसएसबी और पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है। बॉर्डर पिलर, ट्रांजिट पॉइंट और अनधिकृत रास्तों पर स्नाइफर डॉग, ड्रोन कैमरे और स्पेशल पेट्रोलिंग भी की जा रही है।
प्रशासन की अपील: शांति बनाए रखें, अफवाहों से बचें
प्रशासन ने जनता से अपील की है कि किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचें, और सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही भ्रामक खबरों की पुष्टि किए बिना विश्वास न करें। स्थानीय लोग अपनी आईडी अपने साथ रखें, ताकि आवागमन में परेशानी न हो।
नेपाल में जारी अस्थिरता केवल उसकी सीमाओं तक सीमित नहीं है। भारत के सीमावर्ती राज्यों, खासकर बिहार के लिए ये स्थिति सुरक्षा और स्थिरता की बड़ी चुनौती बनकर उभरी है।
सरकार का फोकस साफ है — “अपना बॉर्डर मजबूत रखो, ताकि बाहर का संकट अंदर न घुसे।”
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